दिन-रात, और दिन-रात !


बाइ द वे, अगर ज़िद कर के, मनुहार कर के, उपद्रव करके, येन-केन-प्रकारेण, कैसे भी कर के, अगर कोई चुप कराने, या फिर, हाँ भी करा लेने में, सफल हो भी जाये, तो सूरज भी, पश्चिम से निकलना, शुरू कर देता है, क्या ?

ऐंवे ही, पूछता है, भारत ! 😂

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THE QUEUE....