सात्विक भी, व्यावहारिक भी !


सच्चाई और ईमानदारी, सात्विक गुण हैं, और समझदारी व्यावहारिक। उतना सात्विक नहीं, मगर महत्वपूर्ण बहुत, संरक्षण देता है, सार्थक बनाता है, इसीलिए ! रीढ़ की हड्डी की तरह !!

पहचान भी पायेंगे, सम्मान भी, पर खड़े भी रह पायें, तभी ना ? 🤗

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THE QUEUE....