दरअसल, उनकी जान में, जान ही इतनी होती है कि जान में जान, जब से आती है, यहाँ, और वहाँ, और कहाँ-कहाँ नहीं, छिटकती ही रहती है, शादी से पहले भी, शादी के बाद भी ! अक्सर कफ़न दफ़न तक भी !!
उनका तो ये, लाइफ-स्टाइल हुआ, कुदरती, और फितरती, ना 'रस्मी' डेडीकेशन, ना कमिटमेंट !
अब अगर, आप कर बैठें, तो आप जानें।
फिर ना कहना... 😁
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