- तुलसी, या संसार में, तान चंदरिया सोय, होनी सो होकर रहे, अनहोनी ना होय ।
- किसी का मिलना-जुलना, नियति नियत, पूर्व निर्धारित, समय भी, प्रयोजन भी।
- समय से पहले, और भाग्य से अधिक, किसी को कभी भी, कुछ भी मिलता नहीं।
- जो हुआ, सो हो चुका, अच्छा हुआ, या बुरा, इतिहास हुआ, रात गई, बात भी गई।
मगर, एक स्पष्टीकरण भी ! पौधा बनेगा, या नहीं, आपके हाथ नहीं, परन्तु बीजारोपण, काम आप ही का, और अनिवार्य !
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