I strive to Create, whatever looks "BEAUTIFUL" to me, Even If, nobody would CARE :)
सुप्रभात् ! 😀
असार, ही भड़भड़ा रहा है, मेरे दोस्त ! ये सुख का, खुशियों का, संतोष का दरवाजा, अन्दर की तरफ़, तेरे ही अन्दर की तरफ खुलता है। बाहर तो है, कुछ भी नहीं !
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THE QUEUE....
मूल्यांकन !
ज्ञान - अज्ञान !
हलाहल !
तू बच के , भागेगा भी , कहाँ , नामाकूल ! ये तमाशबीन , ये पुलिस , ये कानून , सब, उसी के तो हैं , तेरे हिस्से , जेल , जलालत , पंखे ...
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