छोटी-बड़ी चादर !


इसकी स्वाभाविक फॉलो-जिज्ञासा हुई कि अगर कोई लम्बे टाइम तक, बड़ी चादर में, सोया रहा हो, फुल पैर फैलाए, और घुटने हो गए हों, लॉक। ऐसे कि टूटना मंजूर, मुड़ पाना, ना-मुमकिन !
तो दो पात्र हुए, एक की चादर छोटी पड़ रही है, पैर सिकोड़ने के बाद भी। दूसरे की, चादर तो उतनी भी, छोटी तो नहीं है, मगर घुटना, मुड़ पाना ? इम्पॉसिबिल !
सहायता के लिए, सुपात्र कौन ? 😂

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THE QUEUE....